भोपाल। लोक निर्माण विभाग ने इंदौर में बनने वाले फ्लायओवर के लिए यह तय किया है कि फ्लायओवर आठ मीटर ऊंचा बनेगा। मेट्रो ट्रेन उसके ऊपर से क्रास करते हुए निकल जाएगी। इधर, भोपाल फ्लायओवर को लेकर अभी सर्वे और राय-मशविरा का दौर जारी है। विभाग के प्रमुख सचिव ने राजधानी की सभी निर्माण एजेंसियों को बुलाकर विशेषज्ञों की राय के मुताबिक समन्वय से काम शुरू करने को कहा है।
भोपाल-इंदौर सहित जबलपुर और देवास में प्रस्तावित फ्लायओवर को लेकर विभागीय स्तर पर हरी झंडी का इंतजार हो रहा है। इंदौर में पलासिया चौराहे पर मेट्रो ट्रेन और फ्लायओवर क्रासिंग का मसला सुलझ गया है। मेट्रो ट्रेन की बाधा के चलते मामला अटक रहा था लेकिन इस बीच दोनों प्रोजेक्ट से जुड़े अफसरों ने विशेषज्ञों की राय के मुताबिक यह तय किया है कि फ्लायओवर की टेंटेटिव ऊंचाई आठ मीटर के करीब रहेगी उसके ऊपर से मेट्रो ट्रेन क्रास करती हुई निकल जाएगी।
उल्लेखनीय है कि इस मुद्दे पर विचार विमर्श का दौर चल रहा था कुछ तय नहीं हो पा रहा था। श्रीमाया से नौलखा के बीच प्रस्तावित फ्लायओवर के लिए 350 करोड़ रुपए का बजट मंजूर हुआ है।
इसी तरह भोपाल शहर में हबीबगंज स्टेशन से गायत्री मंदिर के आगे तक प्रस्तावित 1.8 किलोमीटर लंबे फ्लायओवर को लेकर सर्वे का काम पूरा नहीं हो पाया है। इस फ्लायओवर की लंबाई सात-आठ सौ मीटर और बढ़ाने की बात चल रही है। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव ने इस प्रोजेक्ट को लेकर विभागीय अधिकारियों और राजधानी भोपाल की विभिन्ना एजेंसियों के बीच समन्वय बनाने के लिए बैठक बुलाकर समन्वय पर जोर दिया।
उन्होंने नगर निगम, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और मेट्रो प्रोजेक्ट के अधिकारियों की मौजूदगी में सर्वे और परियोजना का ब्योरा रखा। इस दौरान कहा गया कि सभी एजेंसियों की जानकारी में रहना चाहिए कि फ्लायओवर का मार्ग कहां से कहां तक रहेगा। विभागीय सूत्रों का कहना है कि संभवत: अगले सप्ताह तक टेंडर की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। उधर, देवास के फ्लायओवर के मामले में भी अंतिम निर्णय होना बाकी है।
जबलपुर में बाधाएं अभी दूर नहीं हुई
जबलपुर का मामला खटाई में जाता दिख रहा है, निर्माण की बाधाएं दूर नहीं हुई हैं। दमोह नाका से मदनमहल जबलपुर स्टेशन के आगे तक प्रस्तावित फ्लायओवर निर्माण की हरी झंडी अब तक नहीं हो पाई है। यहां रेलवे लाइन पर 200 मीटर लंबा कैबल स्टे ब्रिज भी बनना है इस वजह से इस प्रोजेक्ट की लागत 700 करोड़ तक पहुंच गई है। 4.5 किमी लंबे इस फ्लायओवर को सबसे लंबा बताया जा रहा है।